खेलों ओर बेलोएक गांव में दो बहनें रहती थीं। एक का नाम खेलों ओर दूसरी का नाम बेलो था ओर उनके साथ उनके चाचा रहते थे जिन्हें वह चाचा मुराद कहती थीं। एक दिन उनके चाचा ने कहा खेलों बेलो देखो सब अपने घर को कितना साफ सुथरा रखते है तुम भी रखा करो। दूसरे दिन वह काम से खाना खाने आए तो देखा के पूरे घर में कीचड़ हो रहा है उन्होंने पूछा ये इतना कीचड़ ...
सिंड्रेला
सिंड्रेला एक राज्य में एक सिंड्रेला नाम की एक लड़की रहती उसकी सौतेली मां ओर एक सौतेली बहन थी वह उस पर बहुत अत्याचार करती थी। एक दिन सिंड्रेला अपने पापा की तस्वीर के सामने रो रही थी ...
डिब्बा वाला
डिब्बा वालाएक शहर में एक डिब्बा वाला रहता था वह बहुत गरीब था। वह लोगो के घर से नाश्ते के डिब्बे ओर खाने के डिब्बे लेकर उन्हें स्कूल, कारखानों ओर दुकानों पर पहुंचाने का काम करता था ओर एक डिब्बा पहुंचाने का दस रुपया लेता था ओर उससे अपने घर का खर्चा ओर अपने लड़के को अच्छे स्कूल ...
मालिनी
मालिनी एक गांव में एक लड़की अपनी मां के साथ रहती थीं जिसका नाम मालिनी था। एक दिन मालिनी को लड़के वाले देखने आए वह लोग शहर से आए थे ओर काफी पढ़े लिखे लग रहे थे उन्होंने मालिनी को पसंद कर लिया ओर कहा हमे दहेज में एक भी रुपया नहीं चाहिए आप बस जल्द से जल्द शादी करवा दे, कुछ दिन बाद मालिनी कि शादी हो गई ओर वह अपने ससुराल चली गई।Hindi story malini ...
बुद्धिमान बहू
बुद्धिमान बहूएक गांव में एक रमेश नाम का आदमी अपनी पत्नी और अपनी मां के साथ रहता था। रमेश की मां हमेशा से अपनी बहू को नापसंद करती थी। एक दिन रमेश की पत्नी बेसन के लड्डू बना रही थी। लड्डू देख रमेश की मां के मुंह में पानी आ गया। लेकिन वह नाटक ऐसा कर रही थी जैसे उसे लड्डू पसंद ही नहीं हो, रमेश काम से लौटा तो उसकी मां उसे देख कर झुटा नाटक करने लगी ओर रमेश से कहने ...
जंगल के दोस्त
जंगल के दोस्त एक जंगल में चार दोस्त रहते थे। एक चूहा, एक खरगोश, एक हिरण ओर एक कोवा चारो बहुत अच्छे दोस्त थे। वह एक दूसरे का पूरा ख्याल रखते थे। एक दिन कोवा ने कहा, बहुत हो गए हम लोग कही घूमने ही नहीं गए क्यों ना कल तालाब किनारे पिकनिक मनाए। इस बात पर सब राज़ी हो गए, हिरण ने अच्छा खाना बनाया ओर दूसरे दिन सब घूमने निकल गए सब ...
दहेज प्रथा
दहेज प्रथा एक गांव में एक गरीब किसान रहता था। किसान का एक बेटा ओर एक बेटी थी। वह दिन रात मेहनत करता था ओर अपने परिवार का लालन पालन करता था। धीरे धीरे दिन गुजरने लगे अब उसकी लड़की बड़ी हो गई थी। अब किसान को अपनी बेटी की शादी की समस्या सताने लगी दिन रात वह बस यही सोचता के बेटी के ब्याह के लिए में इतने रुपए कहा से ...